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Friday, December 21, 2018

आज 21 दिसंबर है


Winter Solstice 2018: आज साल का सबसे छोटा दिन, 



  • विंटर सोल्सटिस 21,22 या 23 दिसंबर को होता है
  • समर सोल्सिटस 20, 21, या 22 जून को होता है
  • उत्तरी गोलार्द्ध में 21 दिसंबर सबसे छोटा दिन होता है
  • पृथ्वी झुके हुए अक्ष के चारों तरफ घूमती है। इसी वजह से सीजन का बदलाव होता है।

आज 21 दिसंबर है। आज का दिन इसलिए खास है कि आज उत्तरी गोलार्द्ध के लिए साल का सबसे छोटा दिन है और सबसे लंबी रात। आज के बाद से दिन की लंबाई के साथ-साथ ठंड भी बढ़ने लगेगी। इसे इंग्लिश में Winter Solstice और हिंदी में दिसंबर दक्षिणायनकहा जाता है। तकनीकी रूप से विंटर सोल्सटिस उस समय होता है जब सूर्य सीधे मकर रेखा के ऊपर होता है।

सोल्सटिस क्यों होता है?

कभी कड़ाके की ठंड होती है तो कभी पसीना बहाने वाली गर्मी, यानी मौसम बदलता रहता है। साल में कुछ महीने गर्मी तो कुछ महीने सर्दी पड़ती है। सीजन और मौसम की तरह ही दिन और रात की लंबाइयां घटती-बढ़ती रहती है। कभी आपने यह सोचा है कि ऐसा क्यों होता है। चलिए अगर नहीं सोचा है तो आज जान लीजिए। यह सब सिर्फ एक वजह से होता है और वजह धरती का झुके हुए अक्ष पर घूमना है। इसी कारण साल के आधे समय तक सूर्य उत्तरी ध्रुव की ओर झुका होता है तो बाकी आधे सालों में दक्षिण ध्रुव की ओर। इससे सीजन तय होता है। जिस तरफ सूर्य का झुकाव ज्यादा होगा और ज्यादा से ज्यादा सूर्य प्रकाश वहां पहुंचेगा, वहां गर्मी का मौसम होगा। दूसरी ओर जिस तरफ सूर्य का प्रकाश कम पहुंचेगा, वहां ठंड होगी। पृथ्वी अपने अक्ष पर साढे 23 डिग्री झुकी हुई है, जिसके कारण सूर्य की दूरी उत्तरी गोलार्द्ध से अधिक हो जाती है। 
Winter Solstice के दौरान दक्षिणी गोलार्द्ध को सूर्य का प्रकाश ज्यादा प्राप्त होता है जबकि उत्तरी गोलार्द्ध को कम। ऐसा 21,22 या 23 दिसंबर को होता है। इससे उत्तरी गोलार्द्ध में दिन छोटा होता है और रात लंबी। 

Notes

  • विंटर सोल्सटिस का संबंध संक्रांति से भी बताया जाता है। ऐसा मानना है कि करीब 1700 साल पहले आज ही के दिन मकर संक्रांति मनाई जाती थी जिसे अब 14 जनवरी को मनाया जाता है।